Wednesday, October 9, 2024
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उत्तराखंड

सीएम धामी का एक साल इन मायनों में रहा बेमिसाल, राज्य हित में ऐतिहासिक फैसले

देहरादून – प्रदेश की धामी सरकार का 1 वर्ष का कार्यकाल 23 मार्च को पूरा होने जा रहा है। 1 वर्ष के कार्यकाल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया है। जो राज्य में 22 वर्षों तक नहीं हो सका उसको मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महज 1 वर्ष के कार्यकाल में पूरा किया। हालांकि इस 1 वर्ष के कार्यकाल में कई उतार-चढ़ाव भी देखने को मिले लेकिन जिस तरह से मुख्यमंत्री इन विषम परिस्थितियों से निपटे वह भी अपने आप में एक मिसाल है।

23 मार्च 2022 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। जिसके तत्काल कुछ दिन बाद सीएम ने यूसीसी के लिए एक कमेटी का गठन किया। कुछ महीने बाद मुख्यमंत्री ने चंपावत विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ा और 94 फीसद मत हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। फिर हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव हुए जिसमें पहली बार बीजेपी ने अपना जिला पंचायत अध्यक्ष चुना और सभी ब्लॉकों पर ब्लॉक प्रमुख। कुछ दिन बाद विधानसभा बैकडोर का मामला उठा तो मुख्यमंत्री ने संस्तुति दी और विधानसभा में नियुक्त कर्मचारी बर्खास्त हुए। सबसे बड़ा फैसला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं को 30 फीसद क्षैतिज आरक्षण देने का लिया। जिस की मांग लंबे अरसे से चली आ रही थी। धर्मांतरण की शिकायत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जबरन धर्मांतरण पर सख्त कानून लाया जिसको समूचे देश ने सराहा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धर्म रक्षक धामी की संज्ञा भी मिली। पेपर लीक प्रकरण के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त नकल विरोधी कानून लाया जिससे नकल माफियाओं पर करारा कुठाराघात हुआ है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आंदोलनकारियों को 10 फीसद क्षैतिज आरक्षण देने पर मोहर लगाई, जिसकी मांग लंबे अरसे से चली आ रही थी। यही नहीं पेपर लीक प्रकरण में 80 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी भी हुई जिसमें भाजपा के नेता भी शामिल थे। लाठीचार्ज के दौरान जिन युवकों पर मुकदमे दर्ज किए थे मुख्यमंत्री ने बड़ा दिल दिखाते हुए उन सभी मुकदमों को वापस लेने का ऐलान किया, जिससे युवाओं में मुख्यमंत्री के प्रति और सम्मान बड़ा। 1 साल के भीतर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए तो वही इतिहास के पन्नों पर भी अपना नाम दर्ज करा लिया। जिस गैरसैंण में अभी तक सिर्फ सप्लीमेंट्री बजट के लिए विधानसभा सत्र आहूत होता था वहां पर पूर्णकालिक बजट सत्र करा कर एक बड़ा संदेश भी दिया। राज्य आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस 1 वर्ष में किए गए कार्यों के लिए बधाई दी है कहा है कि आज तक 1 साल में किसी भी मुख्यमंत्री ने ऐसा कार्य नहीं किया है।

इन तमाम कार्यों को जनता तक पहुंचाने के लिए समूचे प्रदेश में कल प्रभारी मंत्री वह विधायक विकास पुस्तिका का विमोचन करेंगे। जिसमें धामी सरकार के 1 वर्ष के कार्यकाल का लेखा-जोखा है। उधर भाजपा संगठन सरकार के ऐतिहासिक निर्णय और कामकाज का एक पत्रक तैयार कर रहा है जिसे घर-घर तक पहुंचाने के लिए संगठन 25 मार्च से 31 मार्च तक अभियान के रूप में चलाने जा रहा है ताकि इन तमाम निर्णयों से प्रदेश की आवाम सीधा लाभ ले सके।

कुल मिलाकर इस 1 वर्ष में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपना नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज तो कराया ही साथ ही प्रदेश की आवाम का भरोसा जीतने में भी कामयाब रहे हैं। इस 1 वर्ष के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विपक्षियों को भी अपना मुरीद बनाया है। कई निर्णय पर विपक्ष को भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सराहना करनी पड़ी है। देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश वासियों को और क्या कुछ सौगाते देते हैं।

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