भारी बर्फबारी के बीच देवदूत बने एसडीआरएफ के जवान, बागेश्वर के पिंडारी ग्लेशियर में हिमस्खलन से फंसे 14 ट्रैकर का सकुशल रेस्क्यू
भारी बर्फबारी के बीच देवदूत बने एसडीआरएफ के जवान, बागेश्वर के पिंडारी ग्लेशियर में हिमस्खलन से फंसे 14 ट्रैकर का सकुशल रेस्क्यू
रवि कुमार, NOLS INDIAN PROGRAM DIRECTOR रानीखेत व सुरेश मधान, US एम्बेसी द्वारा दिनाँक 20 अप्रैल 2023 की रात्रि पिंडारी ग्लेशियर में हिमस्खलन होने से ग्लेशियर पर प्रशिक्षण हेतु गए 14 ट्रैकर (13 विदेशी व 01 भारतीय) के फंसने की सूचना दी गयी थी।
उक्त सूचना पर स्थानीय शासन व प्रशासन ट्रैकरों की सुरक्षा व रेस्क्यू किये जाने हेतु सक्रिय हो गए। उच्चाधिकारियों द्वारा ट्रैकरों की सहायता हेतु अपने-अपने विभाग से संबंधित यथा आवश्यक व्यवस्था मय मेडिकल किट, एम्बुलेंस, चिकित्सक टीम, खान पान व्यवस्था हेतु संबंधित विभागों को तैयार रहने हेतु निर्देशित किया गया था।
इसी क्रम दिनाँक 22 अप्रैल को शासन-प्रशासन की अन्य टीमों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए ASI महिपाल सिंह के हमराह SDRF टीम ट्रैकरों को सुरक्षित वापस लाने के लिए मय आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों व सामान के घटनास्थल हेतु रवाना हुई थी। वाहन के माध्यम से SDRF टीम खाती गांव पहुँची जहाँ से घटनास्थल लगभग 33 किमी की पैदल दूरी पर था।
SDRF टीमों द्वारा अत्यधिक विषम परिस्थितियों व दुष्कर मौसम व भारी बर्फबारी के बीच सभी चुनौतियों को दरकिनार करते हुए लगभग 14 किमी पैदल दूरी तय करने के उपरांत KMVN के द्वारी कैम्प में पहुँचे। थोड़ी देर विश्राम के उपरान्त द्वारी से 06 किमी और आगे पैदल मार्ग पर फुरकिया में उक्त ट्रैकर ग्रुप को ढूंढ निकाला, तत्पश्चात SDRF टीम द्वारा उन्हें द्वारी कैम्प पहुँचाया गया। द्वारी में रात्रि रुकने के पश्चात SDRF टीम द्वाराअपने पर्यवेक्षण में ट्रैकर ग्रुप में वापस खाती गांव पहुँचाकर वाहन द्वारा सुरक्षित कपकोट पहुँचाया गया।सभी ट्रैकरों का स्वास्थ्य ठीक है।