हिन्दी पर श्रेष्ठ कार्य को श्री रघुनाथ कीर्ति हिन्दी सेवा सम्मान, केंद्रीय संस्कृत विवि में हिन्दी पखवाड़ा पंत,बड़थ्वाल और चातक को समर्पित
हिन्दी पर श्रेष्ठ कार्य को श्री रघुनाथ कीर्ति हिन्दी सेवा सम्मान, केंद्रीय संस्कृत विवि में हिन्दी पखवाड़ा पंत,बड़थ्वाल और चातक को समर्पित
देवप्रयाग। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर (देवप्रयाग) की ओर से हिन्दी साहित्य में उत्कृष्ट लेखन के लिए ‘श्री रघुनाथ कीर्ति हिन्दी सेवा सम्मान’ दिया जाएगा।
हिन्दी पखवाड़ा के अन्तर्गतयह सम्मान दिया जाता है। इसमें नगद राशि,स्मृति चिह्न और प्रशस्ति-पत्र शामिल होता है। परिसर के विद्वानों और विशेषज्ञों की समिति द्वारा सम्मान प्रदान करने के लिए योग्य साहित्यकार का चयन किया जाता है।
इस सम्मान को प्रदान करने की प्रक्रिया यह है कि पहले साहित्यकार को अपना रचना (लेखन कार्य) विवरण ई-मेल से परिसर को भेजना होता है। सभी के विवरण का विश्लेषण करने के उपरांत उसमें योग्य साहित्यकार का चयन कर उन्हें सूचित किया जाता है तथा उन्हें समारोह में आकर सम्मान प्राप्त करने का आमंत्रण भेजा जाता है। उन्हें उस दिन अपनी उल्लिखित रचनाओं की एक-एक प्रति भी परिसर में जमा करवानी होती है।
निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने बताया कि किसी व्यक्ति ने हिन्दी साहित्य की विभिन्न विधाओं-नाटक,उपन्यास,कविता,शोधालेख,शोध-पत्र,कहानी,निबन्ध,व्याकरण इत्यादि पर उल्लेखनीय कार्य किया हो और उसे लगता है कि वह इस सम्मान का हकदार है तो अपना आत्म-वृत्त रचनाओं के विवरण के साथ इस मेल आईडी director-devprayag@csu.co.in पर भेज सकता है। नियमसम्मत और पारदर्शी व्यवस्था में सम्मान के लिए साहित्यकार का चयन किया जाता है। विरण भेजने की अंतिम तिथि 20 सितंबर,2023 (शाम 5.00 बजे तक) है। अधिक जानकारी के लिए डॉ.वीरेन्द्रसिंह बर्त्वाल (संयोजक हिन्दी पखवाड़ा कार्यक्रम) फोन नं-7535975381, 9411341443 से संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष हिंदी पखवाड़ा उत्तराखंड की तीन हिंदी की तीन दिवंगत विभूतियों को समर्पित किया गया है। इनमें प्रसिद्ध छायावादी कवि सुमित्रानंदन पंत, हिंदी के विद्वान और भारत के पहले डी.लिट डॉ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल और गढ़वाल की लोक संस्कृति और भाषा पर अत्यधिक कार्य करने वाले डॉ. गोविंद जातक शामिल हैं।