देवप्रयाग के राम कुंड घाट के लिए बैसाखी का त्योहार अभिशाप!
देवप्रयाग के राम कुंड घाट के लिए बैसाखी का त्योहार अभिशाप!
देहरादून –इतिहास और धर्म-संस्कृति के क्षेत्र में विशेष महत्त्व रखने वाले देवप्रयाग के राम कुंड घाट के लिए बैसाखी का त्योहार अभिशाप बन जाता है। पौड़ी जनपद की कुछ विवाहिताएं यहां पर उस दिन प्रेतबाधा से मुक्ति के लिए आती हैं और तंत्र-मंत्र, पूजा-पाठ करवा कर अपने वस्त्र, शृंगार सामग्री इत्यादि वहीं छोड़ जाती हैं। ऐसे में गंगा का यह तट पूरी तरह बदरंग और प्रदूषित हो जाता है। इधर, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के छात्र कुछ वर्षों से इस घाट को स्वच्छ कर रहे हैं। बैसाखी के बाद इस घाट पर पसरी गंदगी को वे विशेष अभियान चलाकर साफ करते हैं। इस बार आचार्य द्वितीय वर्ष के छात्रों ने मोहित शर्मा के नेतृत्व में यहां सफाई अभियान चलाया। उन्होंने घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं को भी इसके लिए प्रेरित किया। सुबह छह से लगभग दस बजे तक चलाए गये इस अभियान में छात्रों ने घाट को पूरी तरह स्वच्छ बना दिया। बता दें कि श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के छात्र प्रत्येक शुक्रवार को इस घाट पर गंगा आरती भी करते हैं।