सेक्सटॉर्शन अपराध का धंदा बड़ा गंदा, उत्तराखंड में कई लोग हो रहे शिकार, सेक्सटॉर्शन क्राइम को जानिये
साइबर सेक्स एक्सटॉर्शन रैकेट साइबर पुलिस के लिए दिनों दिन बड़ी चुनौति बनता जा रहा है। इस रैकेट के शिकार उत्तराखंड में भी कई लोग हो चुके हैं. अभी तक साल 2021 में क़रीब 10 मामले एसटीएफ ने दर्ज किये हैं. जबकि जानकारी ये भी है कि 80 प्रतिशत लोग लोक-लाज और शर्म की वजह से इन मामलों के शिकार होने के बाद भी पुलिस के पास नहीं जाते.
सेक्सएक्सटॉर्शन साइबर रैकेट पूरे देश के साथ-साथ उत्तराखंड में भी लोगों को अपना शिकार बना रहा है। इस रैकेट के द्वारा लोगों को ऐसा फंसाया जाता है कि मजबूरी में लोगों को अपनी खून पसीने की कमाई गंवानी पड़ती है। अभी तक 7 ऐसे मामले एसटीएफ ने दर्ज किये हैं और इस रैकेट की कई जानकारियां भी एसटीएफ के हाथ लगी हैं।
क्या होता है सेक्सएक्सटॉर्शन
ये रैकेट अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लोगों को ब्लैकमेल करता है। अश्लील वीडियो को इंटरनेट पर डालकर लोगों को ब्लैकमेल करके मोटी रकम वसूली जाती है। सबसे पहले अपराधी फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं। लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। उन लोगों को टारगेट किया जाता है जो सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं। पहले साइबर ठग लड़की बनकर फेसबुक पर बातें करते हैं फिर व्हाट्सएप नम्बर शेयर करके अश्लील वीडियो कॉल करने के लिए कहते हैं। जब कोई शख़्स वीडियो कॉल पर जुड़ता है तो उसे अश्लील वीडियो दिखाई जाती है और उस शख्स को भी ऐसा करने के लिए उत्तेजित किया जाता है।
अपराधियों द्वारा वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जाता है। फिर अश्लील वीडियो डिलीट कराने के नाम पर मोटी रकम की डिमांड की जाती है। ऐसा न करने पर उनके दोस्तों को सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करने की बात कहकर धमकी दी जाती है। अपराधी अपने आप को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सीनियर अफसर बताकर वीडियो डिलीट करने के नाम पर मोटी रकम की डिमांड करते हैं।
सोशल मीडिया पर अनजान से न करें बात
साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसा होने पर तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें. एसटीएफ का मानना है कि लोग शिकायत दर्ज करेंगे तो ऐसे मामलों को उजागर किया जा सकेगा। इसके साथ ही साइबर पुलिस ने लोगों से ये भी अपील की है कि ऐसे लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट ना करें जिन्हें जानते न हों, किसी अंजान के साथ वीडियो कॉल करने से बचें, किसी भी तरीके के बहकावे में न आयें, सोशल साइड पर अनजान लोगों से बात न करें.