ऊर्जा कर्मियों का हल्ला बोल, हड़ताल की चेतावनी, विद्युत सेवाएं हो सकती हैं प्रभावित
ऊर्जा के तीनों निगमों के कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं। पहले विभागीय मंत्री से मिले आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित किया गया, लेकिन अब आश्वासन की समयअवधि पूरी हो चुकी है ऐसे में ऊर्जा कर्मचारियों की मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसी बात से आक्रोशित ऊर्जा कर्मचारी एक बार फिर लामबंद हो गए हैं। आज पिटकुल (पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन) मुख्यालय पर निगम के कर्मियों ने 1 दिन का सत्याग्रह कर सरकार को जगाने का काम किया। कर्मियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो 6 अक्टूबर से वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। अगर ऊर्जा निगम के कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो प्रदेश में विद्युत सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
दरअसल वेतन विसंगति, ग्रेड पे, एसपी, समान कार्य समान वेतन और प्रमोशन सहित 14 सूत्रीय मांगों को लेकर ऊर्जा कर्मचारी लगातार आक्रोशित हैं।
उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के महामंत्री पंकज सैनी ने कहा कर्मचारी नहीं चाहते कि हड़ताल जैसी स्थिति प्रदेश में बने। लेकिन सरकार इस ओर कोई भी सकारात्मक पहल नहीं कर रही है। जो समय दिया गया था उस समय अवधि में कोई भी निर्णय न लेने से कर्मचारियों में निराशा है। अगर मांगे जल्द नहीं मानी जाती है तो 6 अक्टूबर की सुबह से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।