बीजेपी प्रदेश अद्यक्ष लेटर विवाद में, बीजेपी कांग्रेस आमने सामने
भाजपा विधायक विनोद चमोली ने खुद के भाजपा प्रदेश अध्य्क्ष बनाये जाने के वॉयरल पत्र को गंभीर मामला बताया है। चमोली का साफ कहना है कि यह स्वयं के खिलाफ ही नही बल्कि राष्ट्रीय भाजपा नेतृत्व के खिलाफ एक साजिश करार है। विनोद चमोली ने कहा है कि वायरल पत्र में राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश अध्य्क्ष का जिक्र है, जो कि बड़ा चिंता का विषय है। पूरे मामले में मैंने स्वयं मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है। चमोली ने ये भी चिंता व्यक्त की है कि अभी चुनाव में समय है और न जाने कौन कौन से पत्र सामने आएंगे।
उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के वायरल पत्र पर विपक्ष भी खुलकर सामने आ गया है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने मांग की है कि सरकार भाजपा की है उनको पता लगाना चाइए कि पत्र किसकी साजिश है। इसके साथ ही कई वर्ष पूर्व भाजपा दफ्तर में हुई चोरी का खुलासा भी सरकार कराए। दरअसल बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर वायरल हुए फर्जी पत्र पर सियासत भी तेज हो गई है। जहां एक तरफ बीजेपी का कहना है कि ये शरारत और साजिश भी हो सकती है इसमें विपक्ष भी शामिल हो सकता है तो वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि अगर विपक्ष की साजिश है तो सरकार कार्रवाई करे। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का कहना है पूर्व में भी बीजेपी प्रदेश कार्यालय में चोरी हुई थी उसका भी खुलासा कर दें और कह दें कि यह चोरी भी विपक्ष ने की है। प्रीतम सिंह का कहना है कि सत्ता में आप बैठे हैं , आपसे काम हो नहीं पा रहा और गेंद विपक्ष के पाले में फेंक रहे।