21 दिन से बर्फ में दबा हुआ ट्रैकर का शव रेस्क्यू कर लाया गया चारधाम हैलीपैड।
रुद्रप्रयाग – जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया कि रांसी मनणा केदारनाथ पैदल ट्रैक पर फंसे मृतक ट्रैकर का शव भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया। उन्होंने बताया कि 9 अक्टूबर को जिला आपदा परिचालन केंद्र को रांसी मनणा केदारनाथ पैदल ट्रेक से केदारनाथ जा रहे दो ट्रैकर केदारनाथ धाम से 6 किमी ऊपर महापंथ ग्लेशियर में फंसने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्थानीय पोस्टरों व गाइड को मौके पर भेज दिया गया था। अत्यधिक बारिश व वर्षा के कारण रेस्क्यू करना संभव नहीं हो पाया था। 10 अक्टूबर को एनडीआरएफ,एसडीआरएफ, स्थानीय पोर्टर व 2 गाइड मौके पर रेस्क्यू हेतु निकले।
घटना स्थल पर पहुंचने पर एक ट्रैकर आलोक विश्वास उम्र करीब 33 वर्ष पश्चिम बंगाल की मौत हो चुकी थी तथा दूसरे ट्रैकर का स्वास्थ्य खराब था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा उन्हें रेस्क्यू कर केदारनाथ धाम लाया गया। घायल ट्रैकर का उपचार केदारनाथ स्थित विवेकानंद चिकित्सालय में किया गया था, जबकि मृतक के शव को निकालने के लिए एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीम द्वारा तीन बार मैनुअली रेस्क्यू अभियान चलाया गया किन्तु खराब मौसम एवं भारी बर्फवारी के कारण रेस्क्यू नहीं किया जा सका।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मृतक ट्रैकर के शव को निकालने के लिए भारतीय वायु सेना की मदद लेते हुए आज वायु सेना के दो हैलीकाॅप्टर की मदद से तथा आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के नेतृत्व में डीडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा रांसी, मनणा केदारनाथ ट्रैक पर फंसे मृतक ट्रैकर का शव का रेस्क्यू किया गया जिसे चारधाम हैलीपैड़ पर लाया गया जिसमें मृतक के शव को पंचनामा की कार्यवाही हेतु जिला चिकित्सालय भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी ने सफल रेस्क्यू अभियान के लिए टीम के सभी सदस्यों की हौसला अफजाई करते हुए सराहना की।