उत्तराखंड में इन जिलों के 51 गांव वाइब्रेंट विलेज के रूप में होंगे विकसित, जानिए क्या है वाइब्रेंट विलेज
उत्तराखंड में इन जिलों के 51 गांव वाइब्रेंट विलेज के रूप में होंगे विकसित, जानिए क्या है वाइब्रेंट विलेज
उत्तराखंड राज्य के 51 गांव को वाइब्रेंट विलेज के में विकसित किए जाने पर भारत सरकार ने सहमति जता दी है। जिसमे उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिले के 51 गांव को शामिल किया गया है। पिछले महीने वाइब्रेंट विलेज को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें इस बात पर जोर दिया गया था कि संबंधित गांव के जिलाधिकारी उस गांव की विशेषता को समाहित करते हुए एक प्लान तैयार करेंगे, ताकि सीमांत गांव को विकसित किया जा सके। हालांकि अगले तीन महीनों के भीतर गांव का प्लान तैयार कर सरकार को भेजना है। मुख्य रूप से देखें तो अगर गांव विकसित होते हैं तो वहां पर न सिर्फ पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी बल्कि पलायन पर भी लगाम लगेगी।
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सरकार सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाकर सीमावर्ती गांवों के पलायन को रोकना चाहती है। जिससे इन गांवों से पलायन रुक सके और सीमा सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिल सके। हाल ही में पीएम मोदी ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम” को देश के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की कुंजी बताते हुए कहा कि यह हमारे सीमावर्ती गांवों के विकास के लिए बहुत अहम है।