वेद मंत्रों के पाठ के साथ अवतरित होंगे घंटाकर्ण देवता, टिहरी गढ़वाल के लोस्तु,घंड्याऴधार में 15-16 को अनुष्ठान
वेद मंत्रों के पाठ के साथ अवतरित होंगे घंटाकर्ण देवता, टिहरी गढ़वाल के लोस्तु,घंड्याऴधार में 15-16 को अनुष्ठान
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के छात्र देंगे प्रस्तुतियां
देवप्रयाग। टिहरी गढ़वाल के लोस्तु स्थित प्रसिद्ध श्री घंटाकर्ण देवता मंदिर में इस बार देवता अवतरण चारों वेदों की ऋचाओं के पाठ के बीच होगा। वेद मंत्रों का उच्चारण केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर, देवप्रयाग के वैदिक छात्र करेंगे। परिसर की टीम 15 दिसंबर को भजन कार्यक्रम के अंतर्गत भी प्रस्तुतियां देगी।
लोस्तु के घंड्याऴधार स्थित मंदिर में इस बार 14-15 दिसंबर को नौ प्रहरीय यज्ञ (जात) हो रहा है। इसमें भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। देवता के अपराह्न के प्रहर स्नान से पहले देवता अवतरण के दौरान इस बार श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के छात्र चारों वेदों के मंत्रों का पाठ करेंगे। देवता स्नान के बाद छात्र भजन संध्या आयोजित करेंगे। छात्र इन दिनों इसके लिए पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। परिसर के जनसंपर्क अधिकारी और हिंदी प्राध्यापक डॉ वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने बताया कि मंदिर में प्रस्तावित अनुष्ठान में पहली बार परिसर से इतनी संख्या में भागीदारी कर रहे हैं। इससे पहले परिसर की टीम 2017 की जात में भी वहां गयी थी। परिसर निदेशक प्रो. पीवीसी सुब्रह्मण्यम ने बताया कि श्री घंटाकर्ण देवता मंदिर समिति के आमंत्रण पर बच्चों को वेद मंत्रों के पाठ तथा भजन संध्या की प्रस्तुतियों के लिए भेजा जा रहा है। यह परिसर का सौभाग्य है। परिसर और विश्वविद्यालय का उद्देश्य अध्ययन -अध्यापन के साथ सामाजिक सरोकारों में भागीदारी करना है।
दूसरी ओर श्री घंटाकर्ण मंदिर समिति के महासचिव उमेद सिंह मेहरा ने बताया कि अनुष्ठान की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। सड़क, बिजली, पानी इत्यादि की समस्याओं पर समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासन से बात की। इस पर कीर्तिनगर की उपजिलाधिकारी सोनिया पंत, तहसीलदार मानवेन्द्र बर्त्वाल इत्यादि अधिकारियों ने मंदिर का दौरा किया। समिति अध्यक्ष कैप्टन (रिटायर्ड) सत्येसिंह भंडारी ने बताया कि यद्यपि यह अनुष्ठान दो दिन का है, परंतु इसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही हैं।