जाखन गांव का भूगर्भ विज्ञानी व प्रशासन ने किया निरीक्षण, विस्थापन के लिए स्थान चयन को कमेटी भी गठित।
जाखन गांव का भूगर्भ विज्ञानी व प्रशासन ने किया निरीक्षण, विस्थापन के लिए स्थान चयन को कमेटी भी गठित।
देहरादून/विकासनगर – मदरसू पंचायत के आपदा प्रभावित जाखन गांव का भूगर्भ विज्ञानी व प्रशासन की संयुक्त टीम ने निरीक्षण किया। टीम गांव में भूधंसाव की वजह तलाशने के साथ ही यह जानने का भी प्रयास किया कि गांव में अब रहने लायक स्थिति है या नहीं। इस दौरान डिजिटल मैपिंग व ड्रोन सर्वे के माध्यम से भी स्थिति का अवलोकन किया गया।
विकासनगर तहसील के जाखन गांव में 16 अगस्त को भूस्खलन व भूधंसाव से 10 मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त हो गए थे, जबकि 10 अन्य मकान दरार आने के कारण रहने लायक नहीं हैं। गांव के प्रभावित 28 परिवारों के लगभग 150 व्यक्तियों को पष्टा गांव के जूनियर हाईस्कूल में ठहराया गया है। कुछ प्रभावित पष्टा गांव में आसपास में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के यहां भी ठहरे हुए हैं।
भूधंसाव की जांच के लिए टीम गठित
भूधंसाव के कारणों की जांच के लिए जिलाधिकारी सोनिका ने अगले दिन यानी 17 अगस्त को भूगर्भ विज्ञानी व प्रशासन की संयुक्त टीम गठित की थी। 18 अगस्त को टीम में शामिल भूगर्भ विज्ञानी कामिनी बिष्ट व तहसीलदार प्रेम सिंह समेत अन्य कार्मिकों ने गांव पहुंचकर प्रभावित क्षेत्र का संयुक्त निरीक्षण किया।
4000 रुपये किराया प्रतिमाह देने पर विचार
एसडीएम विनोद कुमार ने बताया कि टीम की रिपोर्ट के बाद ही भूधंसाव की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इसके अलावा प्रभावितों के विस्थापन के लिए स्थान चयन को भी कमेटी बनी है। तब तक प्रभावित परिवारों को किराये के रूप में 4000 रुपये प्रतिमाह दिए जाने के विकल्प पर विचार हो रहा है।