लंबे समय बाद मैदान में उतरे निशंक, कहा- जिजीविषाए कर्मठता और दृढ इच्छा शक्ति के सामने कोई भी कार्य असम्भव नहीं
नई दिल्ली।
कोरोना से जंग जीतने के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक पहली बार अपनी पूरी फॉर्म में नजर आये। मौक़ा था डॉ. निशंक के आवास पर जुटे हरिद्वार लोकसभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सम्वाद का।
21 अप्रैल 2021 को कोरोना पोजिटिव पाए जाने के बाद डॉ. निशंक को एम्स में दो बार भर्ती होना पड़ा था। इसी दौरान उपचाराधीन रहते हुए उन्होंने एक कविता संग्रह श्एम्स में एक जंग लड़ते हुएश् भी लिखा। कल इस पुस्तक की पहली प्रति उनके द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को भेंट की गई। श्री मोदी जी ने उन्हें अनंत शुभकामनाएं देते हुए उनके शीघ्र ही स्वास्थ्य होने की कामना की।
पोस्ट कोविड कारणों से उन्हें एक माह से अधिक समय तक दूसरी बार एम्स में आईण्सीण्यूण् में रहना पड़ा। इस कारण शारीरिक कमजोरी के चलते उन्होंने देश के शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफा भी दिया। इस दौरान निशंक जी ने सार्वजनिक कार्यक्रमों और आम जनमानस से मिलने में दूरी बनाए रखी। उनकी लोकसभा हरिद्वार से लेकर देश के अनेक शहरों में उनके प्रशंसकों द्वारा उनके स्वस्थ होने की कामना को लेकर हवन एवं यज्ञ भी करवाए गये। यही नहीं अपितु भारत के अतिरिक्त विश्व के अनेकों देशों में उनके स्वास्थ लाभ के लिए शुभकामना सभाएं भी आयोजित की गई।
आज डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के दिल्ली स्थित आवास हिमालय भवन में हरिद्वार लोकसभा के पार्टी के तमाम मोर्चा के अध्यक्ष महामंत्री कोषाध्यक्ष प्रदेश एवं जिला कार्यकारिणी सदस्यों सहित सैकड़ों लोग जुटे। लम्बे समय बाद अपने प्रिय नेता को एक दम स्वस्थ स्थिति में अपने बीच पाकर कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।डा. निशंक जिंदाबादश् के नारों से पूरा परिसर गुंजायमान हो रहा था।
डॉ. निशंक एक. एक कार्यकर्ताओं से गर्मजोशी से मिले और गदगद भाव से सबका आभार व्यक्त किया। कई महीनों बाद डॉ. निशंक अपनी उसी चिरपरिचित फॉर्म में नजर आये। उन्होंने लगभग डेढ़ घंटे तक कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।
डॉ. निशंक ने कहा कि व्यक्ति की जिजीविषाए कर्मठता और दृढ इच्छा शक्ति के सामने कोई भी कार्य असम्भव नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के अंदर अनेकों ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। जिससे भारत विश्व के अग्रणी देशों में पंक्ति में आ खड़ा हुआ हैं।