Monday, November 4, 2024
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देहरादून: नशा मुक्ति केंद्र से चार युवतियां फरार, नशा मुक्ति केंद्रों में ऐसा क्या होता है?

देहरादून के एक नशा मुक्ति केंद्र से चार युवतियां गेट पर बाहर से ताला लगाकर देर रात भाग गई। पुलिस को अभी तक किसी के भी घर पहुंचने की कोई सूचना नहीं है। जिस नशा मुक्ति केंद्र से चार युवतियों भागी है उसी इलाके से पिछले सप्ताह दूसरे केंद्र से 8 युवक भी भागे थे। फिलहाल पुलिस ने युवकों की तलाश शुरू की हुई है। अभी कोई सूचना युवतियों के बारे में नहीं मिल पाई है। देर शाम पुलिस को जब सूचना मिली तो सीसीटीवी फुटेज देखकर तलाश की जा रही है। परिजनों से भी संपर्क किया गया है। हालांकि वह घर नहीं पहुंची हैं। इन सभी युवतियों को फरवरी में नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था।

जानकारी है कि देर शाम जब काउंसलिंग चल रही थी उसी दौरान चारों ने मौका पाकर चुपके से पहले केंद्र के गेट पर ताला लगाया जिससे कि वार्डन बाहर ना आने पाए और फिर गेट कूदकर भाग गईं।

नशा मुक्ति केंद्रों में ऐसा क्या होता है की भाग जाते हैं पीड़ित?

देहरादून के नशा मुक्ति केंद्रों से पीड़ितों की भागने का सिलसिला लगातार जारी है 1 सप्ताह के भीतर दो बार भागने की खबरें सामने आ चुकी है। पिछले साल भी युवक नशा मुक्ति केंद्र से रात के वक़्त रफूचक्कर हुए थे। सवाल यह भी है कि आखिर नशा मुक्ति केंद्रों में ऐसा क्या होता है कि पीड़ित भाग जाते हैं? लेकिन इसकी सच्चाई या तो पीड़ित या फिर नशा मुक्ति संचालक ही जानते हैं।
सवाल यह भी उठता है कि क्या इन नशा मुक्ति केंद्रों में पीड़ितों को यातनाएं दी जाती हैं या फिर कुछ और हालांकि अभी तक पुलिस और प्रशासन की ओर से इस पर कोई खुलासा नहीं हो पाया है। एक बात यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि आखिर नशे के आदि लोगों को सुधारने का लाइसेंस किन मानकों के आधार पर दिया जाता है। क्योंकि अक्सर सोशल मीडिया पर इस तरह की बातें चलती है कि नशा मुक्ति केंद्रों में यातनाएं दी जाती हैं अगर इस बात में थोड़ा भी सच्चाई है या फिर नहीं लेकिन इसकी जांच जरूर होनी चाहिए।

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