जेआरएफ,नेट में रघुनाथ कीर्ति का परचम,आठ को सफलता, दो छात्रों ने उत्तीर्ण किया जेआरएफ,एक अध्यापक समेत छह नेट क्वालीफाई
जेआरएफ,नेट में रघुनाथ कीर्ति का परचम,आठ को सफलता, दो छात्रों ने उत्तीर्ण किया जेआरएफ,एक अध्यापक समेत छह नेट क्वालीफाई
डॉ. वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल
देवप्रयाग। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर, देवप्रयाग ने एक बार फिर ऐतिहासिक सफलता हासिल की। इस बार दो छात्रों को जेआरएफ और पांच को नेट में सफलता प्राप्त हुई है।
श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर से गत वर्ष से नेट परीक्षा में पहले की अपेक्षा काफी छात्र निकल रहे हैं। इस बार कुल सात छात्रों को सफलता मिली है। इनमें कुशाग्र अत्री और गिरीश भट्ट ने जूनियर रिसर्च फेलोशिप क्वालीफाई किया, जबकि मोहित शर्मा,दीपांक्षा, रीता देबबर्मा, चंडी प्रसाद तथा साध्वी देवाश्रिता ने नेट परीक्षा पास की है। प्रतीक सिंह चौहान आदि छात्रों ने केवल पीएचडी के लिए नेट क्वालीफाई किया है।
नेट क्वालीफाई छात्रों में रीता और चंडी प्रसाद परिसर में ही पीएचडी कर रहे हैं। इस बार जिन छात्रों कुशाग्र और गिरीश ने जेआरएफ पास किया, उन्होंने पिछली बार नेट क्वालीफाई किया था। सफल छात्रों में मोहित शर्मा वेद से तथा बाकी व्याकरण विषय से हैं। सभी का विषय कोड 73 (संस्कृत, परंपरागत) था।
इन छात्रों ने परिसर के अध्यापकों से ही कोचिंग ली थी। परिसर में इसके लिए विशेष कक्षाएं संचालित की जाती हैं। दूसरी ओर,परिसर के ही कंप्यूटर प्राध्यापक पंकज कोटियाल ने भी कंप्यूटर विषय में नेट परीक्षा उत्तीर्ण की है।
जेआरएफ उत्तीर्ण कुशाग्र ने बताया कि गंभीर अध्ययन और बेहतरीन शैक्षणिक वातावरण उनकी सफलता के मूल में रहा। नेट उत्तीर्ण मोहित शर्मा ने बताया कि नेट के बाद का टारगेट जेआरएफ है।
दूसरी ओर,परिसर निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने सफल छात्रों तथा संगणक अध्यापक को बधाई देते हुए कहा कि छात्रों ने कठोर परिश्रम के साथ यह सफलता पायी है। इसमें यहां के विभिन्न अध्यापकों का भी योगदान है। अध्यापकों ने बच्चों को इसके लिए अध्ययन कराने के साथ ही प्रेरित भी किया है।